"Great Maxwell" बने अफगानिस्तान बनाम ऑस्ट्रेलिया मैच के 'बाज़ीगर'

"Great Maxwell" बने अफगानिस्तान बनाम ऑस्ट्रेलिया मैच के 'बाज़ीगर'

07 नवंबर 2023: "Glenn Maxwell की नाबाद 201 रनों की शानदार और क्रिकेट के इतिहास की यादगार पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान को 3 विकेट से हराया।"

Glenn Maxwell
Image source: internet 

{tocify} $title={मुख्य बिंदु}

 क्रिकेट के भव्य टेपेस्ट्री में, ऐसे क्षण आते कम ही आते हैं जब एक अकेला व्यक्ति जादूगर की छड़ी की तरह बल्ले को लहराते हुए मैदान से निकलता है, और अपने कौशल और दृढ़ संकल्प के माध्यम से जीत हासिल करता है।  इन दुर्लभ व्यक्तियों में अकेले दम पर अपनी टीम को जीत दिलाने और अपनी बल्लेबाजी क्षमता से मैच की दिशा बदलने की अद्भुत क्षमता होती है।

 क्रिकेट, जिसे अक्सर एक टीम खेल के रूप में पहचाना जाता है, कभी-कभी एक बल्लेबाज के खेल की पारंपरिक सीमाओं को पार करने का तमाशा देखता है।  उनका हर स्ट्रोक लचीलापन, चालाकी और खेल की लय की गहन समझ को दर्शाता है।  ऐसे बल्लेबाज द्वारा बनाया गया प्रभाव स्कोरबोर्ड पर रनों से परे तक फैलता है;  यह टीम के मनोबल, विपक्ष की रणनीति में व्याप्त है और क्रिकेट इतिहास के इतिहास में एक अमिट छाप छोड़ता है।

 मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 07 नवंबर 2023 को खेला गया ऑस्ट्रेलिया बनाम अफगानिस्तान का मैच, ऐसी ही एक चमकदार शख्सियत की कहानी है। 

जिसने अपने अकेले की दम पर हारी हुई बाजी को न सिर्फ जीता बल्कि इन परिस्थितियों में जीता कि दशकों तक याद रखा जायेगा। उस शख्सियत का नाम है ' ग्लेन मैक्सवेल'। 


 **मैच की कहानी**

अफगानिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी kior ऑस्ट्रेलिया को 292 रन का लक्ष्य दिया। ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम के लिए ये लक्ष्य बहुत ज्यादा मुश्किल तो नही होना चाहिए था लेकिन जब ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज पिच पर उतरे तो कहानी बदल गई। शुरुआती कुछ ओवर में ही ऑस्ट्रेलिया ने अपने उच्च क्रम के बल्लेबाजों के विकेट अफगानिस्तान के बॉलर्स को दे दिए और उस स्थिति में पहुंच गई जहां से उनका हारना लगभग तय हो गया था। 

तभी छठे बल्लेबाज के रूप में Glenn Maxwell क्रीज पर आए। Maxwell को शुरु में 2-3 जीवनदान मिले जिसमें मुजीब द्वारा छोड़ा गया आसान सा कैच अफगानिस्तान कभी नही भूलेगी। और उसके बाद फिर जो हुआ वो इतिहास बन गया। 


 **मास्टरक्लास प्रदर्शन**


 मैक्सवैल की पारी सिर्फ 201 रनों के संग्रह से कहीं अधिक है। आज की उनकी बल्लेबाजी मास्टरक्लास है जो क्रिकेट खेलने वालों और क्रिकेट प्रेमियों के लिए हमेशा यादगार रहेगी। 

Maxwell के क्रीज पर पहुंचने से पहले 2 बल्लेबाज लगातार आउट हो चुके थे और मैक्सवैल हैट्रिक बॉल का सामना करने उतरे थे। 

एक समय ऑस्ट्रेलिया 91/7 के स्कोर पर थी और इसे में इस बल्लेबाज ने बैटिंग की अपनी मास्टर क्लास का प्रदर्शन किया। 

मैक्सवैल की यह पारी मास्टर क्लास इसलिए है क्योंकि एक समय उनकी पीठ में दर्द के कारण वो रन भागने की स्थिति में नही थे फिर भी उन्होंने अपना खेल जारी रखा और खड़े खड़े ही चौके छक्के लगाते रहे। 


उनकी पारी को संभालने या स्थिति की मांग के अनुरूप कई स्ट्रोक लगाने की उनकी क्षमता दर्शकों को आश्चर्यचकित कर देती है।  उनकी तकनीक सटीक है, उनका फुटवर्क के बिना ही शॉट चयन किसी रणनीतिक उत्कृष्ट कृति से कम नहीं है।


 **विरासत और परे**

Glenn Maxwell ने न केवल स्कोरकार्ड में बल्कि प्रशंसकों, टीम के साथियों और विरोधियों के दिलों और यादों में भी जगह पक्की कर ली है।

 वह खेल पर जो प्रभाव छोड़ते हैं वह जीत और हार की सीमाओं को पार कर जाता है, महत्वाकांक्षी क्रिकेटरों के लिए मार्गदर्शक बन जाता है और क्रिकेट प्रेमियों के लिए आश्चर्य का स्रोत बन जाता है।

यह भी पढ़ें>> टाईम आउट से आउट होने वाले पहले खिलाड़ी 

 टीम वर्क को महत्व देने वाले खेल में, Maxwell जैसे बल्लेबाज के कारनामे व्यक्तिगत प्रतिभा के चमत्कार को उजागर करते हैं।  वह सरासर प्रभाव और सरासर जादू के प्रमाण के रूप में खड़ा है जो एक अकेला खिलाड़ी क्रिकेट के विशाल कैनवास पर बुन सकता है, जिससे खेल के पवित्र हॉल में उसका नाम हमेशा के लिए अंकित हो जाता है।

 एक बल्लेबाज द्वारा अकेले दम पर टीम को जीत दिलाने की कहानी खेल में निहित जादू की याद दिलाती है, जो क्रिकेट जैसे टीम खेल में एक व्यक्ति की विस्मयकारी शक्ति को दर्शाती है।

#cricket #worldcup2023 #afgvsaus  #maxwell 

Shree Gangasagar

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम है सत्येंद्र सिंह founder of ShreeGangasagar.com

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने