बदल गए हो तुम शायरी | tum badal gaye shayari in hindi

बदल गए हो तुम शायरी | tum badal gaye shayari in hindi



बदल गए हो तुम शायरी । tum badal gaye



जब अगले साल यही वक़्त आ रहा होगा
ये कौन जानता है कौन किस जगह होगा

तू मेरे सामने बैठा है और मैं सोचता हूँ
के आते लम्हों में जीना भी इक सज़ा होगा

यही जगह जहाँ हम आज मिल के बैठे हैं
इसी जगह पे ख़ुदा जाने कल को क्या होगा

बिछड़ने वाले तुझे देख देख सोचता हूँ
तू फिर मिलेगा तो कितना बदल गया होगा।




तेरी पहचान ही न खो जाये कहीं....
इतने चहरे  भी न बदलो थोड़ी शोहरत के लिए....



खुले आसमान में वो चमकता हुआ चांद,
ओर दिल मे जगा हुआ प्यार,
कभी कम तो कभी ज्यादा होता रहता है।




दिल में घाव सा कर जाती हैं ... उनकी निगाहें ..
मुड़ मुड़ के देखने वाले ... जब देख कर मुड़ जाते हैं ..




 जिंदगी के अफसाने भी क्या लिखू यारो ,
 छोड के वो जा रहे है जो जिंदगी बन गए थे !!




अहमियत दी तो खुद को कोहिनूर 💎 मानने लगे,
काँच के टुकड़े भी क्या खूब वहम पालने लगे।




खुद के लिए एक सजा चुन ली मैंने,
तेरी खुशियों की खातिर तुझसे दूरियां चुन ली मैंने।




वक़्त वक़्त
की बात है साहिब

कल सुबह जो रंग थे
अब वो दाग हो गयेl




रेल में खिड़की के पास बैठ के हर दफ़ा महसूस हुआ है;
जो जितना  क़रीब था वो उतनी तेजी से दूर हुआ है..!!




पहले तो बहुत शौक था मेरा हाल पूछने का तो बताओ,
अब क्या हुआ हम वो नहीं रहे या  दिन वो नहीं रहे।




उम्र  बिना  रुके  सफर  कर  रही  है ,
और हम ख़्वाहिशें लेकर वहीं खड़े हैं।




साथ बिताई..... तेरे संग... वो शाम ......सुहानी जिंदा है .....
होंठ भले सूखे हो... फिर भी, ......आँख मे पानी जिंदा है....




 अब बनायें हम खुद को,
तेरे प्यार के काबिल....
जब जब हम आदतें बदलतें हैं,
तब तुम अपनी शर्तें बदल देते हो....



विश्वास बनके लोग जिन्दगी में आते हैं,
ख्वाब बनके आंखों में समां जाते हैं,
पहले खुद यकीन दिलाते हैं कि हम तुम्हारे हैं,
फिर ना क्यों कुछ ही पलों में  बदल जाते हैं।



मेरे कदमों के नीचे उस वक्त जमीन
खिसक गई,😳🙄
जब जाना वो बिन चेहरे बदले ही
बदल गई। 🙁😟



✍   मैं इतनी छोटी कहानी भी न था,
बस तुम्हे जल्दी थी किताब बदलने की।
Shree Gangasagar

नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम है सत्येंद्र सिंह founder of ShreeGangasagar.com

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने